Suraj Prakash अब दिल्ली दूर नहीं जब जब फूल खिले आमने सामने जुआरी राजा साब वचन पतंग Jazbaat Jazbaat जुआरी आमने सामने मेहेंदी लगी मेरे हाथ मेहेंदी लगी मेरे हाथ जब जब फूल खिले राजा साब वचन Saboot Mangta Hai Kanoon Phool Bane Angaare Jahan Sati Wahan Bhagwan